अबू मूसा अशअरी (रज़ियल्लाहु अन्हु) से वर्णन है, वह कहते हैं कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने एक व्यक्ति को किसी की प्रशंसा करते हुए सुना, जो उसकी प्रशंसा करने में अतिश्योक्ति कर रहा था, तो आपने फरमायाः "तुमने उसे हलाक कर दिया।" अथवा "तुमने उसकी पीठ काट दी।
"عن أبي موسى الأشعري - رضي الله عنه- قال: سمع النبي -صلى الله عليه وسلم- رجلا يُثْنِي على رجل ويُطْرِيهِ في المِدْحَةِ، فقال: «أَهْلَكْتُمْ -أو قَطَعْتُمْ- ظَهْرَ الرجل». [صحيح.] - [متفق عليه.]"