अबू ज़र्र और मुआज़ बिन जबल- रज़ियल्लाहु अन्हुमा- का वर्णन है कि अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः जहाँ भी रहो, अल्लाह से डरो तथा गुनाह के बाद नेकी कर लिया करो, जो उस गुनाह को मिटा देगी और लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करो।
«اتق الله حيثما كنت، وأَتْبِع السيئةَ الحسنةَ تمحها، وخالقِ الناسَ بخلقٍ حسنٍ». (الترمذي)