Published on: Sunday August, 8th 2021

आइशा- रज़ियल्लाहु अन्हा- कहती हैं कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की मृत्यु हुई तो मेरे घर में कुछ नहीं था, जिसे कोई जानदार खाता। हाँ, मेरे पास एक ताक में थोड़ा-सा जौ रखा हुआ था, जिसे मैं लंबे समय तक खाती रही। (अंत में एक दिन) मैंने उसे नापा तो वह समाप्त हो गया।

عن عائشة -رضي الله عنها- قالت: تُوُفِّيَ رسول الله -صلى الله عليه وسلم- وما في بيتي من شيء يَأكُلُهُ ذُو كَبدٍ إلا شَطْرُ شَعير في رَفٍّ لي، فأكَلتُ منه حتى طال عليَّ، فَكِلْتُهُ فَفَنِيَ. [صحيح.] - [متفق عليه.]

Other languages

English Turkish Chinese Español

Other hadith

read quran
1203172
3034
Friday July, 16th 2021
No envy except in two (cases)
1609415
2725
Friday July, 16th 2021
The believer
1225003
2767
Friday July, 16th 2021

Why Islam

is the fastest growing religion in the world?!

Popular cards